पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए चैंपियंस ट्रॉफी 2025 एक बुरे सपने की तरह साबित हुई। टीम टूर्नामेंट से जल्दी बाहर हो गई और प्रशंसकों का दिल टूट गया। इस हार के बाद हर तरफ सवाल उठ रहे हैं कि आखिर गलती किसकी थी? इस बीच, पाकिस्तान के पूर्व कोच जेसन गिलेस्पी ने अंतरिम कोच आकिब जावेद और राष्ट्रीय चयनकर्ताओं को निशाने पर लिया है। उनका कहना है कि टीम की नाकामी की जिम्मेदारी इन्हीं लोगों पर डालनी चाहिए। आइए, इस पूरे मामले को आसान और दोस्ताना अंदाज में समझते हैं और जानते हैं कि आखिर माजरा क्या है।
चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान का निराशाजनक प्रदर्शन
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में पाकिस्तान की टीम की शुरुआत ही खराब रही। न्यूजीलैंड और भारत जैसे मजबूत टीमों के खिलाफ ग्रुप स्टेज में हार का सामना करना पड़ा। नतीजा? टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गई, वो भी सेमीफाइनल तक पहुंचने से पहले। यह हार न सिर्फ खिलाड़ियों के लिए, बल्कि लाखों क्रिकेट प्रेमियों के लिए भी एक बड़ा झटका थी।
जेसन गिलेस्पी, जो पहले पाकिस्तान के टेस्ट टीम के कोच रह चुके हैं, इस हार से खासे नाराज दिखे। उनका कहना है कि टीम का ऐसा प्रदर्शन देखकर साफ है कि कहीं न कहीं तैयारी में कमी रही। उन्होंने कोचिंग स्टाफ और चयनकर्ताओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि इन लोगों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।
गिलेस्पी का आकिब जावेद पर हमला
जेसन गिलेस्पी ने एक इंटरव्यू में बिना किसी लाग-लपेट के अपनी बात रखी। उनका कहना था कि अंतरिम कोच आकिब जावेद को इस हार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। गिलेस्पी के मुताबिक, आकिब को टीम पर पूरा नियंत्रण दिया गया था, लेकिन नतीजे सबके सामने हैं। उन्होंने कहा, “आकिब को हर चीज पर कंट्रोल चाहिए था, और उन्हें वो मिला भी। लेकिन अब जब टीम हारी, तो जवाबदेही भी उनकी बनती है।”
गिलेस्पी ने चयनकर्ताओं को भी नहीं बख्शा। उनका मानना है कि टूर्नामेंट के लिए जो टीम चुनी गई, उसमें कई खामियां थीं। सही खिलाड़ियों का चयन न होना भी हार की बड़ी वजह बना।
क्या है पाकिस्तान क्रिकेट का असली खेल?
गिलेस्पी ने यह भी इशारा किया कि पाकिस्तान क्रिकेट में कुछ ऐसा चल रहा है, जो बाहर से दिखाई नहीं देता। उनके शब्दों में, “मुझे हमेशा लगता था कि पर्दे के पीछे कुछ न कुछ हो रहा है, जिसकी जानकारी मुझे नहीं दी गई।” जब आकिब जावेद को अंतरिम कोच बनाया गया, तो गिलेस्पी को जरा भी हैरानी नहीं हुई। उनका कहना था कि यह सब पहले से तय था।
यह बातें सुनकर लगता है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) में अंदरूनी सियासत भी इस हार का एक कारण हो सकती है। गिलेस्पी जैसे अनुभवी कोच का यह बयान कई सवाल खड़े करता है कि क्या टीम की हार सिर्फ मैदान की नाकामी थी, या इसके पीछे बोर्ड की गलत नीतियां भी जिम्मेदार हैं?
गिलेस्पी और कर्स्टन के साथ हुआ क्या?
जेसन गिलेस्पी और सफेद गेंद के कोच गैरी कर्स्टन को PCB ने दो साल के लिए मुख्य कोच बनाया था। लेकिन कुछ ही महीनों में दोनों के रिश्ते बोर्ड के साथ खराब हो गए। गिलेस्पी का आरोप है कि आकिब जावेद ने उन्हें और कर्स्टन को कमजोर करने की कोशिश की।
उन्होंने कहा, “हमारी नियुक्ति के बाद हमें पूरा समर्थन नहीं मिला। आकिब को ऊपर लाने के लिए हमें किनारे किया गया।” यह सुनकर साफ लगता है कि टीम मैनेजमेंट में एकजुटता की कमी थी, जिसका असर खिलाड़ियों पर भी पड़ा।
गिलेस्पी का सबसे बड़ा आरोप
गिलेस्पी का सबसे चौंकाने वाला बयान यह था कि आकिब जावेद की नियुक्ति पहले से तय थी। उनके मुताबिक, “यह सब पहले से प्लान किया गया था। आप इसे जैसे चाहें समझ सकते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि बोर्ड का इरादा शुरू से यही था।” यह बयान न सिर्फ आकिब पर सवाल उठाता है, बल्कि PCB की पारदर्शिता पर भी उंगली उठाता है।
क्या है इस पूरे विवाद का निचोड़?
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में पाकिस्तान की हार ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जेसन गिलेस्पी जैसे दिग्गज कोच का मानना है कि इसके लिए अंतरिम कोच आकिब जावेद और चयनकर्ता जिम्मेदार हैं। लेकिन इसके साथ ही बोर्ड की अंदरूनी राजनीति और कोचिंग स्टाफ में मतभेद भी इस हार की बड़ी वजह बने।
पाकिस्तान क्रिकेट के प्रशंसकों के लिए यह समय सोचने का है कि क्या उनकी टीम सिर्फ मैदान पर कमजोर थी, या इसके पीछे मैनेजमेंट की नाकामी भी थी। गिलेस्पी का यह बयान न सिर्फ चर्चा का विषय बना है, बल्कि PCB को भी अपनी नीतियों पर विचार करने के लिए मजबूर कर रहा है।
पाकिस्तान क्रिकेट के लिए यह हार एक सबक हो सकती है। अगर बोर्ड और टीम मैनेजमेंट इस पर गंभीरता से काम करें, तो भविष्य में बेहतर नतीजे देखने को मिल सकते हैं। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि कोचिंग स्टाफ और चयनकर्ता एकजुट होकर काम करें और पारदर्शी तरीके से फैसले लें।
आपको क्या लगता है? क्या गिलेस्पी का आरोप सही है, या यह सिर्फ हार का ठीकरा फोड़ने की कोशिश है? अपनी राय नीचे कमेंट में जरूर बताएं।