आईपीएल सीजन 18 के विवाद: शाहरुख खान और वानखेड़े स्टेडियम बैन की अनसुनी कहानी

आईपीएल का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में क्या-क्या नहीं आता? धमाकेदार छक्के, चौके, सुपर ओवर का रोमांच और वो स्टेडियम में बैठी भीड़ का शोर जो हर मैच को फेस्टिवल बना देता है। लेकिन दोस्तों, आईपीएल सिर्फ क्रिकेट तक सीमित नहीं है, इसके साथ जुड़े हैं कुछ ऐसे विवाद जो आज भी फैंस के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं। आज हम बात करेंगे आईपीएल सीजन 18 के आने से पहले इसके इतिहास के एक ऐसे विवाद की, जिसने न सिर्फ क्रिकेट जगत बल्कि बॉलीवुड को भी हिला कर रख दिया था। जी हां, हम बात कर रहे हैं कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के मालिक और बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान और वानखेड़े स्टेडियम में हुए उस मशहूर झगड़े की, जिसके बाद उन पर 5 साल का बैन लग गया था। तो चलिए, इस कहानी को शुरू से लेकर अंत तक एकदम फ्रेंडली अंदाज में समझते हैं, जैसे आप और मैं कॉफी पीते हुए गप्पे मार रहे हों!


आईपीएल सीजन 18 का इंतजार और पुराने विवादों की याद

आईपीएल सीजन 18 बस कुछ ही दिनों में शुरू होने वाला है। 22 मार्च 2025 से शुरू होने वाली ये लीग 2 महीनों तक क्रिकेट फैंस को बांधे रखेगी। हर साल की तरह इस बार भी फैंस अपनी पसंदीदा टीमों को चीयर करने के लिए तैयार हैं। लेकिन दोस्तों, क्या आपने कभी सोचा कि ये टूर्नामेंट जितना मैदान पर धमाल मचाता है, उतना ही मैदान के बाहर भी सुर्खियां बटोरता है? टीमों पर बैन, खिलाड़ियों की लड़ाई, स्पॉट फिक्सिंग और न जाने क्या-क्या। इन सबमें एक नाम जो सबसे ज्यादा चर्चा में रहा, वो है शाहरुख खान का। तो चलिए, उस दिन की कहानी पर नजर डालते हैं जब किंग खान वानखेड़े स्टेडियम में सुरक्षाकर्मी से भिड़ गए थे।

क्या हुआ था उस रात वानखेड़े स्टेडियम में?

बात है 16 मई 2012 की। आईपीएल का 5वां सीजन चल रहा था और वानखेड़े स्टेडियम में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) और मुंबई इंडियंस (MI) के बीच एक हाई-वोल्टेज मैच हुआ। KKR ने MI को 32 रनों से हरा दिया था और ये जीत शाहरुख खान के लिए बेहद खास थी, क्योंकि उनकी टीम ने पहली बार IPL खिताब जीता था। लेकिन दोस्तों, जीत की खुशी ज्यादा देर तक नहीं टिकी। मैच खत्म होने के बाद जो हुआ, वो किसी ने सोचा भी नहीं था।

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क्रिकेट इतिहास के वो अनोखे बल्लेबाज जो कभी शून्य पर आउट नहीं हुए

शाहरुख खान उस दिन अपनी बेटी सुहाना और कुछ दोस्तों के बच्चों को स्टेडियम से लेने आए थे। लेकिन मैदान पर जाने की कोशिश के दौरान उनकी एक सुरक्षाकर्मी से बहस हो गई। ये बहस इतनी बढ़ गई कि बात हाथापाई तक पहुंच गई। कैमरे में शाहरुख को गुस्से में इशारे करते हुए देखा गया और ये वीडियो रातों-रात वायरल हो गया। मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) ने इसे गंभीरता से लिया और शाहरुख पर कई आरोप लगाए। कहा गया कि वो नशे में थे, सुरक्षाकर्मी के साथ बदतमीजी की और मैदान में बिना इजाजत घुसने की कोशिश की।

MCA का एक्शन और 5 साल का बैन

MCA ने इस घटना को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया। उस समय MCA के अध्यक्ष विलासराव देशमुख ने साफ कहा, “चाहे कोई कितना भी बड़ा क्यों न हो, नियम सबके लिए बराबर हैं।” MCA ने शाहरुख खान पर वानखेड़े स्टेडियम में घुसने पर 5 साल का बैन लगा दिया। ये बैन सिर्फ IPL तक सीमित नहीं था, बल्कि हर तरह के मैच के लिए था, चाहे वो घरेलू हो या इंटरनेशनल। MCA ने मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में शाहरुख के खिलाफ शिकायत भी दर्ज की, जिसमें उनके खिलाफ गाली-गलौज और मारपीट का आरोप था।

दोस्तों, ये कोई छोटी बात नहीं थी। शाहरुख खान, जो मुंबई में रहते हैं और जिनका क्रिकेट से गहरा लगाव है, उनके लिए अपने ही शहर के सबसे बड़े स्टेडियम में बैन होना बड़ा झटका था। लेकिन कहानी में ट्विस्ट अभी बाकी था।

शाहरुख खान का पक्ष: “मैं अपने बच्चों को बचाने की कोशिश कर रहा था”

शाहरुख खान ने इस पूरे मामले में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि वो उस रात गलत नहीं थे। उन्होंने दावा किया कि सुरक्षाकर्मी ने उनके बच्चों के साथ बदतमीजी की थी, जिससे वो गुस्सा हो गए। “आप की अदालत” शो में शाहरुख ने खुलकर इस बारे में बात की। उन्होंने कहा, “मेरे बच्चे वहां थे। मुझे लगा कि शायद कोई नियम है कि हमें वहां से हटना चाहिए। मैंने कहा कि ये हमारे बच्चे हैं, हम इन्हें ले जा रहे हैं। लेकिन तभी एक सुरक्षाकर्मी ने ऐसा शब्द बोला जो मुझे गलत लगा। दिल्ली में इसे गाली माना जाता है, और मराठी में भी ये अच्छा नहीं था। थोड़ा धार्मिक था और गलत था। मैं अपना आपा खो बैठा और उसे मारने चला गया।”

शाहरुख का कहना था कि वो सिर्फ अपने बच्चों को प्रोटेक्ट करना चाहते थे। लेकिन MCA ने उनकी बात को नजरअंदाज कर दिया और बैन को बरकरार रखा।

अब सवाल ये है कि अगर 5 साल का बैन था, तो फिर 3 साल बाद ही क्यों हटा लिया गया? दोस्तों, इसके पीछे कई वजहें थीं। 2015 में MCA ने अपने फैसले पर दोबारा विचार किया। उस समय MCA के नए अध्यक्ष अशिश शेलार ने कहा, “हमें लगा कि अब इस बैन को आगे बढ़ाने की जरूरत नहीं है। शाहरुख जैसे बड़े शख्स को बैन करना अच्छा नहीं लगेगा।” इसके अलावा, शाहरुख के फैंस और KKR की तरफ से भी दबाव था। आखिरकार अगस्त 2015 में MCA ने बैन हटा लिया और शाहरुख फिर से वानखेड़े स्टेडियम में अपनी टीम को चीयर करते नजर आए।

क्या कहते हैं उस रात के गवाह?

इस घटना के कई साल बाद भी लोग इसकी सच्चाई जानना चाहते हैं। 2024 में KKR के एक पुराने स्टाफ मेंबर ने इस बारे में बात की। उनका कहना था कि शाहरुख ने गाली नहीं दी थी, बल्कि सुरक्षाकर्मी ने उनकी बेटी सुहाना को कुछ गलत कहा था, जिससे शाहरुख भड़क गए। ये नई जानकारी सामने आने के बाद फैंस के बीच फिर से बहस शुरू हो गई कि उस रात असल में हुआ क्या था।

आईपीएल में और भी विवाद जो याद रह गए

दोस्तों, शाहरुख का ये विवाद तो बस एक उदाहरण है। आईपीएल के इतिहास में ऐसे कई मौके आए जब मैदान के बाहर की खबरें मैदान के खेल से ज्यादा चर्चा में रहीं। स्पॉट फिक्सिंग से लेकर स्लैपगेट तक, हर सीजन में कुछ न कुछ ऐसा हुआ जिसने फैंस को हैरान किया। लेकिन शाहरुख का वानखेड़े विवाद इसलिए खास है क्योंकि इसमें क्रिकेट और बॉलीवुड का मिक्सचर था।

आज शाहरुख खान और KKR का रिश्ता पहले से भी मजबूत है। 2024 में KKR ने तीसरी बार IPL खिताब जीता और शाहरुख की खुशी देखते ही बनती थी। वो स्टेडियम में अपनी टीम को चीयर करते दिखे और फैंस के साथ उनकी बॉन्डिंग आज भी वैसी ही है। वानखेड़े का वो पुराना विवाद अब सिर्फ एक याद बनकर रह गया है।

तो दोस्तों, ये थी शाहरुख खान और वानखेड़े स्टेडियम बैन की पूरी कहानी। आईपीएल सीजन 18 का इंतजार करते हुए ये पुरानी बातें हमें याद दिलाती हैं कि ये लीग सिर्फ क्रिकेट नहीं, बल्कि एक पूरा एंटरटेनमेंट पैकेज है। आपको ये कहानी कैसी लगी? क्या आपको लगता है कि शाहरुख का गुस्सा जायज था या MCA का फैसला सही था? नीचे कमेंट करके जरूर बताएं। और हां, अपने दोस्तों के साथ ये पोस्ट शेयर करना न भूलें

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