दुबई का मैदान और रोमांचक रिवाल्वरी
क्रिकेट के मैदान पर जब भी “भारत vs पाकिस्तान” का नाम आता है, तो दिल की धड़कनें अपने आप तेज़ हो जाती हैं। यह सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि भावनाओं, गर्व, और इतिहास की लड़ाई होती है। 23 फरवरी 2025 को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम (DICS) में एक बार फिर यही जंग देखने को मिलेगी। पिछले रिकॉर्ड्स को देखें, तो भारतीय टीम यहाँ टाइगर की तरह दहाड़ती नज़र आई है। चैंपियंस ट्रॉफी के इस मैच से पहले, आइए जानते हैं कि कैसे दुबई का मैदान भारत के लिए खुशनसीब बना हुआ है, और क्यों पाकिस्तान इस बार भी मुश्किलों के घेरे में है।
दुबई का यह स्टेडियम न्यूट्रल वेन्यू होते हुए भी भारतीय टीम के लिए दूसरा घर साबित हुआ है। पिछले दो वनडे मुकाबलों में यहाँ भारत ने पाकिस्तान को धूल चटाई है। पिच की स्थिति, भारतीय गेंदबाज़ों की चालाकी, और बल्लेबाज़ों का धैर्य – ये सभी कारण हैं जो भारत को यहाँ टाइगर बनाते हैं। टीम इंडिया की रणनीति हमेशा से स्पष्ट रही है: शुरुआत में दबाव बनाओ, और फिर जवाबी हमले से मैच अपने नाम करो
2018 एशिया कप – पहली टक्कर और भारत की धमाकेदार शुरुआत
19 सितंबर 2018 को दुबई में हुए पहले मुकाबले ने पाकिस्तान को उनकी ही गलतियों का अहसास कराया। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 162 रन ही बना पाए, जिसमें बाबर आज़म (47) और शोएब मलिक (43) ने संघर्ष किया। लेकिन भारत की गेंदबाज़ी यूनिट ने टाइगर की तरह शिकार किया: भुवनेश्वर कुमार और केदार जाधव ने तीन-तीन विकेट लिए, जबकि बुमराह ने दो।
जवाब में भारत ने रोहित शर्मा (52) और शिखर धवन (46) के नेतृत्व में सिर्फ 29 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया। यह मैच भारत के आत्मविश्वास का प्रतीक बन गया, जहाँ हर खिलाड़ी ने “टीम के टाइगर” की तरह काम किया।
चार दिन बाद दोबारा टक्कर – और फिर भारत की बाज़ी
23 सितंबर 2018 को सुपर 4 राउंड में दोनों टीमें फिर आमने-सामने हुईं। इस बार पाकिस्तान ने 237 रन बनाए, जिसमें शोएब मलिक ने 78 रनों की पारी खेली। लेकिन भारत के गेंदबाज़ एक बार फिर मुस्तैद रहे: भुवनेश्वर और बुमराह ने दो-दो विकेट लिए। जवाब में रोहित शर्मा (114) और शिखर धवन (114) ने शतकों की बौछार करते हुए भारत को 9 विकेट से जीत दिलाई। यह मैच भारत की “टाइगर स्पिरिट” को दिखाता है, जहाँ बल्लेबाज़ों ने बिना किसी डर के हमला किया।
टाइगर की रणनीति – गेंदबाज़ी पर नियंत्रण, बल्लेबाज़ी पर धाक
दुबई के मैचों में भारत की सफलता का राज़ है “गेंदबाज़ी की शुरुआती धार”। भुवनेश्वर कुमार और बुमराह जैसे गेंदबाज़ों ने पाकिस्तानी बल्लेबाज़ों को शुरू में ही घेर लिया। वहीं, बल्लेबाज़ों ने टारगेट को “टाइगर की तरह” चेज किया। रोहित और शिखर की जोड़ी ने न सिर्फ रन बनाए, बल्कि पाकिस्तानी गेंदबाज़ों के मनोबल को तोड़ दिया।
2025 चैंपियंस ट्रॉफी – क्या इस बार बदलेगा किस्मत पाकिस्तान का देखने का बात है
पाकिस्तान इस बार नई रणनीति लेकर आएगा। शाहीन अफरीदी और बाबर आज़म जैसे खिलाड़ी भारत के लिए चुनौती बन सकते हैं। लेकिन भारत के पास विराट कोहली की वापसी, बुमराह की यॉर्कर, और हार्दिक पांड्या की ऑलराउंड परफॉर्मेंस जैसे हथियार हैं। दुबई की पिच पर स्पिनर्स की भूमिका भी अहम होगी, जहाँ कुलदीप यादव या युजवेंद्र चहल मैच पलट सकते हैं।
क्रिकेट विश्लेषकों का मानना है कि भारत का मनोबल और अनुभव उन्हें फिर से आगे रखेगा। पूर्व कप्तान मिताली राज कहती हैं, “दुबई में भारत का रिकॉर्ड उन्हें मनोवैज्ञानिक बढ़त देता है। लेकिन पाकिस्तान कभी भी अंडरडॉग नहीं होता।” वहीं, पाकिस्तानी पूर्व खिलाड़ी शाहिद अफरीदी मानते हैं कि “बाबर आज़म की कप्तानी इस बार गेम-चेंजर साबित हो सकती है।”
इस मैच के लिए दुबई के स्टेडियम में हज़ारों प्रशंसकों की भीड़ उमड़ेगी। भारतीय फ़ैन्स “टाइगर स्टाइल” पोस्टर और झंडे लेकर आएँगे, तो पाकिस्तानी समर्थक “ग्रीन ब्रिगेड” के नारे लगाएँगे। सोशल मीडिया पर #IndVsPak2025 और #DubaiTiger ट्रेंड करेगा। यह मैच न सिर्फ क्रिकेट, बल्कि दोनों देशों की संस्कृति और जुनून का प्रतीक बनेगा।
जब टाइगर दहाड़ता है, तो पूरा जंगल सुनता है… दुबई में 23 फरवरी को फिर से यही दहाड़ गूँजेगी!”🏏🇮🇳